The Cricketer Biography - टीम इंडिया के सुपरस्टर सूर्य कुमार यादव की जीवन की 8 दिलचस्प अनसुनी कहानी !
Cricketer Biography (सूर्य कुमार यादवा) - मुंबई का वो लड़का जिसके चाचा ने बनारस की गलियों में उसके हाथ में बल्ला थमाया। और आज उस भतीजे ने विश्व क्रिकेट में तहलका मचाया। लोग उसे भारत का एबी डिविलियर्स और मिस्टर 360 कहते है। जिसके सामने बड़े-बड़े गेंदबाज घुटने टेक देते है। उसका नाम है सूर्य कुमार यादव उर्फ स्काई। आज इस आर्टिकल में सूर्य कुमार यादव की आठ अनसुनी कहानी आपको आगे बतायेगे। वो अनसुनी कहानीया जो आपको नहीं पता होंगी।
भारत का Mr.360 और SKY नाम कैसे पड़ा
आईपीएल 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान गौतम गंभीर वह पहले खिलाड़ी थे। जिन्होंने सूर्यकुमार यादव की प्रतिभा को पहचाना था। और उन्हें मौका दिया था। गौतम गंभीर ने ही सूर्या को स्काई का नाम पहली बार दिया था। सूर्य कुमार यादव ने खुद यह खुलासा किया कि, कैसे केकेआर के पूर्व कप्तान ने उनके लिए स्काई नाम गढ़ा था। स्काई ने कहा, जब मैं 2014 में केकेआर गया था। तो गंभीर भाई ने मुझे पीछे से दो-तीन बार स्काई कहा था। मैंने ध्यान नहीं दिया। फिर उन्होंने कहा मैं आपको ही बुला रहा हु। उसके बाद से टीम के कई साथी खिलाडी मुझे इसी नाम से पुकारने लगे।
इसके अलावा क्रिकेट के मैदान के किसी भी कोने पर शॉट लगाने की उनकी क्षमता ने उन्हें इंडिया का मिस्टर 360 डिग्री टैग दिलवा दिया। जैसे एबी डिविलियर्स को क्रिकेट का 360 डिग्री कहा जाता है। वैसे ही सूर्या को इंडिया का मिस्टर 360 डिग्री कहा जाता है।
मूलरूप से यूपी के रहने वाले है सूर्या का परिवार
सूर्यकुमार यादव का परिवार मूल रूप से गाजीपुर जिले की सैदपुर तहसील के हथौड़ा गांव का रहने वाला है। सूर्यकुमार यादव के पिता अशोक यादव मुंबई के भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर में इंजीनियर है। मुंबई में नौकरी होने के चलते अशोक यादव का परिवार भी वही चला गया। दससाल की उम्र में ही सूर्यकुमार यादव मुंबई चले गए थे। लेकिन उसके कुछ दिन पहले वो वाराणसी में नानकनगर स्थित अपने चाचा विनोद यादव के घर पर भी रहे। यहां चाचा ने उन्हें शुरुआती क्रिकेट का ज्ञान दिया। और कुछ दिनों तक वे यही बनारस की गलियों में क्रिकेट खेले। इसके बाद वो मुंबई चले गए। जहां उनकी पढ़ाई और क्रिकेट की ट्रेनिंग शुरू हुई।
चाचा विनोद यादव सुर्या के पहले कोच
सूर्य कुमार यादव को क्रिकेट का शौक बचपन से ही रहा है। जब बनारस में वे कुछ दिन रहे। तो इस दौरान उनके चाचा विनोद ही उनके कोच रहे। और उन्होंने ही सूर्या को पहली बार हाथों में बल्ला धामाया। और वो उन्हें अपने साथ स्टेडियम भी ले जाते थे। हालांकि सूर्यकुमार यादव की क्रिकेट की असली ट्रेनिंग उनके कोच चंद्रकांत पंडित और एचएस कामत की निगरानी में दिलीप वेंगसरकर कि अकैडमी में हुई। चाचा विनोद यादव ने बताया कि बचपन में भी सूर्य कुमार को फास्ट बॉल खेलने का शौक था। वो डरते बिल्कुल भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि उनके भतीजे ने गली से अकैडमी फिर आईपीएल से इंडियन क्रिकेट टीम का सफर अपनी मेहनत और लगन के दम पर तय किया है।
बचपन से था क्रिकेट का शौक
बचपन में अपने चाचा के साथ खेलने वाले सूर्य कुमार यादव मुंबई पहुंचे। तो वहां उनके इस शौक को पंख लग गए। मेहनत और लगन की कोई कमी नहीं थी। जरूरत थी तो बस गुरु की। जब सूर्यकुमार को पहली बार चंद्रकांत पंडित और बाद में एचएस कामत जैसे गुरु मिले। तो उनका खेल और निखर गया। अपने गेम की बदौलत सूर्यकुमार यादव का चयन आईपीएल के लिए हो गया। उनके चाचा विनोद यादव बताते हैं कि, सूर्य कुमार हमेशा से सचिन को अपना रोल मॉडल मानते रहे हैं। और उन्हीं की तरह बनना चाहते थे। उनके पिता उन्हें सचिन के गुरु रमाकांत आचरेकर की अकैडमी मे ले जाते रहे।
दिलचस्प है सूर्या की लव स्टोरी
सूर्यकुमार यादव की लवस्टोरी बड़ी चर्चा में रही है। स्काई कि स्कूली शिक्षा परमाणु ऊर्जा केन्द्रीय विद्यालय मुंबई से हुई। इसके बाद उन्होंने पिल्लई कॉलेज ऑफ आर्ट्स कॉमर्स एंड साइंस मुंबई से वाणिज्य में बीकॉम की डिग्री हासिल की। इस दौरान उनकी मुलाकात अपनी होने वाली हमसफर से हुई। दरासल, जब सूर्या बाईस साल के थे। और बीकॉम फर्स्ट ईयर के स्टूडेंट थे। तब उन्नीस साल की देविशा ने बारहवीं पास की थी। और उसी कॉलेज में एडमिशन लिया था। जहां सूर्या पढ़ते थे। इस दौरान एक प्रोग्राम में देविशा के डांस ने सूर्यकुमार को उनका दीवाना बना दिया। वहीं देविशा को भी सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी करने का अंदाज बहुत पसंद आया। धीरे-धीरे दोनों की बातें शुरू हुई। और दोनों की मुलाकात प्यार में बदल गई। पांच साल तक एक-दूसरे को डेट करने के बाद दोनों ने 7 जुलाई 2016 को शादी कर ली।
विराट कोहली को घूरने वाला विवाद
आईपीएल 2020 की एक घटना ने बेहद सुर्खियां बटोरी थी। यह घटना मुंबई इंडियंस और आरसीबी के मैच के दौरान घटी थी। दरअसल, दो हज़ार बीस के इस बड़े मुकाबले में क्रीज पर सूर्य कुमार यादव जमे हुए थे। और आरसीबी को उनके विकेट की सख्त जरूरत थी। इस दौरान विराट कोहली सूर्यकुमार यादव को उकसाने के लिए लगातार स्लेजिंग का सहारा ले रहे थे। ऐसे में सूर्य कुमार यादव ने भी विराट की स्लेजिंग का जवाब घूर कर दिया था। वह निडरता के साथ विराट कोहली की तरफ एकटक देखते रहे थे। स्काई और विराट कोहली का यह फेस ऑफ वॉर, कई दिनों तक सुर्खियों में था।
ये भी ज़रूर पढ़े - Shivam Mavi डेब्यू के बाद हुए भावुक, माँ ने कैसे दिया था साथ, शिवम मावी की 8 अनसुनी Biography कहानी !
यूट्यूब शॉ ब्रेकफास्ट वित्त चैंपियन में सूर्यकुमार यादव ने इस घटना की पूरी कहानी खुद बयां की थी। उन्होंने इस घटना को याद करते हुए बताया था। विराट कोहली का तो अलग ही स्टाइल है। ग्राउंड पर उनकी एनर्जी अलग ही रहती है। वह गेम दोनों टीमों के लिए बेहद खास था। ऐसे में उनकी स्लेजिंग भी अलग ही लेवल पर थीं। इधर मैं खुद पर पूरी तरह से फोकस था। मैं खुद से कह रहा था, कि कुछ भी हो जाए अपना फोकस हटाना नहीं है। मैच तो कैसे भी करके जिताना ही है। बोलना कुछ भी नहीं है। बॉल उनके पास गई उन्होंने उधर से एक्सन किया। यह सब एकदम से अचानक से हुआ।
ये भी ज़रूर पढ़े - ऋषभ पंत का इलाज अब मुंबई में होगा, बीसीसीआई ने लिया अचानक यह बड़ा फ़ेसला!
मुझे याद है उस वक्त मैं च्यूइंगम चबा रहा था। लेकिन अंदर से मैं बहुत डरा हुआ था। मेरी हार्टबिट बहुत तेज हो गई थी। सामने से वो चलकर आ रहे हैं। कुछ नहीं बोल रहे हैं। वह भी च्यूइंगम चबा रहे हैं। और देख रहे है। मेरे अंदर से जोर-जोर से खुद के लिए आवाजें आ रही थी। कि भाई कुछ नहीं बोलना है। पैर पड़ रहा हु भाई, चुप रहना। दस सेकेंड की बात है। नया ओवर चालू हो जाएगा। ज्यादा देर तक वो सामने नहीं रहेगे। वो तो अच्छा हुआ कि मेरा बेट गिर गया और ये वाकया वहीं पर ब्रेक हो गया। इसके बाद पूरे मैच में मैंने उनकी ओर नहीं देखा। मैं चुपचाप नीचे देखकर बैटिंग कर रहा था। इसके बाद हम लोगों ने यह टॉपिक कभी बाहर नहीं निकाला।
आईपीएल से चमका सुर्या का सूर्य
सूर्या की किस्मत का असली सूर्य आईपीएल से चमका था। जब 2012 के आईपीएल सीजन के लिए मुंबई इंडियंस ने उन्हें खरीदा था। उन्होंने उस सीजन में केवल एक मैच खेला था। और बिना स्कोर किये आउट हो गए थे।साल 2014 की आईपीएल नीलामी में कोलकाता नाइट राइडर्स ने सूर्या को खरीदा। उन्होंने आईपीएल 2015 में तब सुर्खियां बटोरी। जब ईडन गार्डन्स में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 20 गेंदों पर शानदार पाँच छक्कों की मदद से 46 रन ठोक दिए थे। इसके बाद उन्हें मुंबई इंडियंस ने 2018 के आईपीएल नीलामी में तीन करोड़ बीस लाख रुपए में खरीदा। तब से वह मुंबई इंडियंस के लिए ही खेलते आ रहे है।
टी-20 करियर की पहली बॉल पर छक्का
इंग्लैंड के खिलाफ घरेलू टी-20 सीरीज के दूसरे मैच में सूर्य कुमार यादव को डेब्यू का मौका मिला। मगर बल्लेबाजी का मौका कभी भी नहीं मिला। आगे भी इसकी उम्मीद नहीं लग रही थी। लेकिन इशान किशन के चोटिल होने के चलते उन्हें प्लेइंग इलेवन में फिर से मौका मिल गया। इस शानदार मौके को उन्होंने दोनों हाथों से भुनाया। और अपने करियर की पहली ही बॉल पर उन्होंने छक्का ठोक दिया। जोफ्रा आर्चर जैसे तूफानी गेंदबाज को फाइनलेग के ऊपर से दमदार छक्का लगाया। यह अपने आप में एक रिकॉर्ड है। आज तक कोई भी भारतीय बल्लेबाज टी-ट्वेंटी डेब्यू में ऐसा कमाल नहीं कर पाया। जो उन्होंने कर दिखाया। 31 बॉल पर 57 रन ठोकते हुए। सूर्य कुमार यादव ने अपने पहले मैच में जिसमें उनको बैटिंग का मौका मिला। मेंन ऑफ द मैच बन गए थे।
तो यदि सूर्य कुमार यादव और टीम इंडिया के स्काई की ये अनसुनी कहानी थोडी सी भी पसन्द आई हो तो Likes Share और Coments करना न भूले।
Post a Comment